ए मेरे मालिक, सिर पे हाथ सदा रखना।
इस दुनिया में कोई नहीं है, तेरे सिवा अपना।।
तन थकता है, मन थकता है, मायूसी छाती है,
जानें क्यों जीवन में पल पल बेबसी आती है।
दुख से है लाचार बड़ा ये, भक्त तेरा अदना,
इस दुनिया में कोई नहीं है, तेरे सिवा अपना।।
खुशियां आने से पहले ही, गम आ जाता है,
रंग सारे दुक्खों के अपने, दिखला जाता है।
कर दो पूरा प्रभु अपना, खुशियों का सपना,
इस दुनिया में कोई नहीं है, तेरे सिवा अपना।।
तुम किरपा करने वाले, भक्तों के हितकारी,
सिखला दो भटकों को प्रभु, ये दुनियादारी।
जीवन का सारा सुख प्रभु, है तेरे अंगना,
इस दुनिया में कोई नहीं है, तेरे सिवा अपना।।
#Lyrics_Amit_Alok