http://www.hindu-blog.com/2009/05/solah-somvar-vrat-sixteen-monday.html
http://devotionalsongs.jagranjunction.com/2012/07/10/solah-somwar-vrat-katha-%E0%A4%B8%E0%A5%8B%E0%A4%AE%E0%A4%B5%E0%A4%BE/
शिव और सोमवार
वैसे श्रावण मास का प्रत्येक दिन पवित्र माना जाता है, पर सोमवार को विशेष पूजा होती है। पौराणिक मान्यता है कि श्रावण मास में हुए समुद्र मंथन से निकले हलाहल का पान सोमवार को ही शिव ने किया था।
जल अर्पण का महत्व
सोमवार को शिवलिंग पर जल अर्पण का विशेष महत्व है। समुद्र मंथन से निकले हलाहल का पान करने से शिव का कंठ नीला पड़ा गया था। विष की उष्णता को शांत करने के लिए समस्त देवी-देवताओं ने शिव पर जल अर्पण किया। तभी से जल अर्पण की परंपरा है।
शिव की पूजा विधि
शिव की पूजा में जल, दूध, मधु, घी, पंचामृत, बेलपत्र, फूल, धतूरा, वस्त्र, चंदन, रोली, अक्षत, विजया, कमल गट्टा, पान, सुपारी, लौंग, पंचमेवा चढ़ाया जाता है। कपूर, धूप, दीया से आरती की जाती है। मान्यता है कि सोमवार को दुग्ध चढ़ाने पर मनोवांछित फल प्राप्त होता है।