सवाईमाधोपुर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम जयपुर से भले ही सवाईमाधोपुर डिपो को आठ नई बसें भेजी हो मगर इन बसों का मार्गों पर पहिया नहीं घूम सका। डिपो में चालक व परिचालकों की कमी के चलते जयपुर मुख्यालय से भेजी गई आठ में से पांच बसों को सवाईमाधोपुर डिपो से उदयपुर व चित्तौडगढ़़ डिपो में भेज दिया है।
राजस्थान रोडवेज मुख्यालय ने प्रदेश के कई डिपो में नई बसें भेजी थी। इसमें सवाईमाधोपुर डिपो को भी आठ नई बसें भेजी थी लेकिन डिपो इन बसों को मार्गों पर ही नहीं चला पाया। इन्हें वर्कशॉप में ही खड़े रखा लेकिन अब मुख्यालय ने सवाईमाधोपुर डिपो की ऐसी 5 नई बसों को अन्य डिपो को अलॉट कर दिया है।
चालक-परिचालकों का टोटा
जानकारी के अनुसार प्रदेश के सभी डिपो में चालक और परिचालकों का टोटा बना है। इससे कई मार्गों पर बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है। वही, चालक-परिचालकों के अभाव में कई रूट बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। चालक-परिचालकों की कमी के चलते ही कई नई बसों को रूट पर नहीं चलाया जा सका। सवाईमाधोपुर डिपो में वर्तमान में 41 चालक एवं 33 परिचालक है। इसमें 16 स्थाई एवं 17 परिचालक अस्थाई लगे है।
प्रदेश को मिली थी दो सो रोडवेज
रोडवेज ने कुछ महीनों पर करीब 560 नई बसों की खरीद के आदेश दिए। पहले चरण में करीब 200 बसें रोडवेज को मिली। जिन्हें आवश्यकतानुसार प्रदेश के कई डिपो में भेजा गया लेकिन इनमें से कई बसें करीब तीन महीने बाद भी रूट पर नहीं चल सकी और वर्कशॉप में ही धूल फांक रही थी। इनमें सवाईमाधोपुर डिपो से भी पांच बसें शामिल थी।
उदयपुर व चितौडगढ़़ डिपो भेजी बसें
जानकारी के अनुसार सवाईमाधोपुर से उदयपुर के लिए दो एवं सवाईमाधोपुर से चितौडगढ़़ डिपो के लिए तीन बसें भेजी गई है।
इनका कहना है..
सवाईमाधोपुर डिपो में बसों की संख्या अधिक थी और चालक-परिचालकों की संख्या कम है। ऐसे में जयपुर मुख्यालय से भेजी गई पांच बसों को हमने उदयपुर व चितौडगढ़़ भेजा है।
पीयूष जैन, प्रबंधक, सवाईमाधोपुर रोडवेज डिपा, सवाईमाधोपुर