विदिशा: शहर में 124 वर्षीय परंपरा के अनुसार राम विवाह की लीला में राम बारात का भव्य आयोजन किया गया. दूल्हे के रूप में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के दर्शन के लिए लोग घंटों तक सड़कों और दुकानों पर खड़े रहे. बारात का जगह-जगह पर स्वागत किया गया. कोतवाली के सामने प्रशासन के आला अधिकारियों ने भी पुष्पमालाओं और आरती के साथ बारात का सम्मना किया. बारात में राजा दशरथ और अयोध्या के प्रमुख जनों के साथ साधु-संतों के वेश में कई लोग शामिल थे. वहीं, नगरवासियों ने बाराती बनकर भाग लिया. बारात माधवगंज स्थित कांच मंदिर से शुरू हुई और जनकपुरी (रामलीला) पर पहुंचकर समाप्त हुई. बारात जब देर रात रामलीला परिसर पहुंची, तो भगवान राम और उनके भाइयों के विवाह की रस्में पूरी की गई.