सालों कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद एक मकान मालिक को उसके मकान का कब्जा सोमवार को मिला। डिक्री की क्रियान्विति के लिए मकान मालिक ने 1990 में अर्जी लगाई लेकिन आपत्तियों के निस्तारण होने में करीब 34 बरस लग गए। अदालती आदेश के बाद कोर्ट नाजिर राजेश जैन मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे व पांच घंटे की कार्रवाई के दौरान मकान का सामान बाहर निकालकर किराएदार के उत्तराधिकारियों से मकान खाली करवाकर कब्जा मालिक को संभलाया।