कृषि मंडी में किसानों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम, सर्दी और कोहरे के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए रूट डायवर्जन
उपजिलाधिकारी कोंच, ज्योति सिंह ने मटर सीजन के दौरान किसानों और आमजन की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस समय मटर के सीजन में किसान ट्रैक्टरों के माध्यम से अपनी मटर लेकर मंडी पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में किसानों और आमजन की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, रूट डायवर्जन की योजना बनाई गई है।
इस बैठक में सीओ, तहसीलदार, एसडीओ और मंडी इंस्पेक्टर भी उपस्थित थे, जिन्होंने सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। प्रमुख बिंदु यह हैं कि नगर क्षेत्र से ट्रैक्टरों को एक सुरक्षित मार्ग पर भेजने के लिए यातायात व्यवस्था को स्वचालित किया जाएगा। इसके अलावा, किसानों के लिए मंडी परिसर में अलाव और लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। जहाँ-जहाँ ट्रैक्टर निकलेंगे, वहाँ पर लाइटों की उचित व्यवस्था होगी, और परिसर में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाएगी।
इसके साथ ही, ट्रैक्टरों पर रिफ्लेक्टर लगाने की योजना भी बनाई गई है, ताकि रात के समय यातायात सुरक्षित रहे। एंटी-फॉग लाइट्स का भी प्रबंध किया जाएगा, ताकि कोहरे के मौसम में किसान सुरक्षित रूप से अपने कार्यों को कर सकें। बैरिकेडिंग और साइनबोर्ड के माध्यम से रूट डायवर्जन और अन्य सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाएगी।
उपजिलाधिकारी ने सभी किसानों और आमजन से अपील की है कि वे मंडी परिसर में व्यापार करते समय सभी सुरक्षा मानकों का पालन करें और सर्दी के मौसम को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरतें।