चेन्नई. ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने अपनी परिषद की हालिया बैठक के दौरान मौजूदा पुराने सड़क नाम बोर्डों को डिजिटल बोर्डों से बदलने का एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव के मुताबिक 15.49 करोड़ रुपए की यह परियोजना शहर के सभी 15 क्षेत्रों के बस मार्गों और आंतरिक सड़कों को कवर करेगी। सूत्रों का कहना है कि इसके तहत करीब 8340 पुराने सड़क नाम बोर्डों को डिजिटल बोर्डों से बदल दिया जाएगा, जिससे निवासियों की दृश्यता और पहुंच दोनों में वृद्धि होगी।
हैरीवे लाइन को दिया दिया गया ठेका
गौरतलब है कि नए डिजिटल बोर्ड लगाने के उद्देश्य से आंतरिक सड़कों के लिए 15 करोड़ और बस मार्गों के लिए 44.87 लाख रुपए आवंटित किए जाएंगे। बैठक के दौरान पारित प्रस्ताव में यह कहा गया कि अक्टूबर में शुरू हुई निविदा प्रक्रिया के बाद परियोजना का ठेका सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी हैरीवे लाइन को दिया गया है। नए डिजिटल बोर्ड में एकल और दोहरे तीर दोनों तरह के प्रारूपों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस दौरान जीसीसी ने शहर भर की सड़कों को सुधारने के लिए 290 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाली सड़क सुधार परियोजनाओं की भी घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक यह कार्य सभी 15 क्षेत्रों के आंतरिक और बस मार्ग दोनों सड़कों को कवर करेगा।
शहर भर की 13401 सड़कों का विकास कार्य जारी
गौरतलब है कि 2022 से निगम एनएसएमटी, एसएफसी और टीयूआरआइपी योजनाओं के तहत महानगर भर की 13401 सड़कों के विकास पर काम कर रहा है। 2025-26 में जीसीसी 1669 आंतरिक सड़कों व 31 बस मार्ग सड़कों के और अधिक उन्नयन पर ध्यान केंद्रित करेगा। सड़क सुधार कार्यों को जीसीसी से प्राप्त 90 करोड़ रुपए की पूंजीगत निधि और 200 करोड़ रुपए के ऋण या अनुदान के माध्यम से वित्त पोषित किया जाएगा। इसके अलावा नागरिक निकाय सड़कों को हरा-भरा बनाने के लिए 13.38 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से ज़ोन 1 से लेकर जोन 15 तक में विभिन्न सड़कों पर कंक्रीट प्लांटर लगाने की भी तैयारी कर रहा है।