रक्षा कवच : बोले पुलिस अधिकारी: अगर कोई डरा धमकाकर खाते में पैसे मांगे तो समझ जाओ साइबर ठग.... देखें वीडियो ....

2024-12-09 11

भिवाड़ी. राजस्थान पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के तहत सोमवार को आशियाना उत्सव सोसायटी में जागरुकता कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में सोसायटी के वरिष्ठजनों ने भाग लेकर साइबर अपराध से बचने के लिए जानकारी दी। कार्यक्रम में डीएसपी कैलाश चौधरी, साइबर सेल से कांस्टेबल खुशीराम और मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. सीपी भारद्वाज ने वरिष्ठ जनों को इस तकनीक की दुनिया में साइबर अपराध से बचने के लिए जरूरी टिप्स दिए। कार्यशाला में वरिष्ठ जनों ने भी अपनी शंकाओं और समस्याओं को रखा, उनका भी निराकरण किया गया। पीपीटी के माध्यम से साइबर अपराध के प्रकार और बचाव के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। साइबर अपराध के बाद एनसीआरपीबी के टोल फ्री नंबर 1930 और भिवाड़ी पुलिस जिले के टोल फ्री नंबर 8786874334 पर कॉल करने के लिए बताया गया। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि अगर कोई अनजान कॉल आता है तो डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। सोशल मीडिया के जरिए अगर वीडियो कॉल आता है तो अपना हाथ रखकर बंद कर लें। अगर एटीएम से पैसे निकालने जा रहे हैं तो पिन डालते समय एक हाथ से छिपा लें। अगर कोई कहता है कि मेरे पास आपका अश्लील फोटो वीडियो है, उसे वायरल करने की धमकी देता है तो घबराएं नहीं, वह इस वीडियो को किसी को नहीं भेजेगा क्योंकि उसके भेजने पर वह फंस जाएगा। इस तरह से अश्लील वीडियो फोटो बनाने वालों ने अभी तक किसी का वीडियो वायरल नहीं किया है।
जिस खाते में अधिक राशि उसे ऑनलाइन में नहीं करें उपयोग : जिस बैंक खाते में अधिक राशि है, उसे ऑनलाइन ट्रांसफर के लिए उपयोग न करें। छोटे-छोटे ऑनलाइन फंड देने के लिए अलग से खाता रखें जिसमें एप का उपयोग करें। एपीके फाइल को डाउनलोड नहीं करें, इसके आते ही डिलीट कर दें।
साइबर ठग बुजर्गों को बनाते हैं ज्यादा निशाना
साइबर ठग बुजुर्ग जनों को सबसे अधिक निशाना बनाते हैं क्योंकि वरिष्ठजन तकनीक के मामले में कम जानते हैं। आजकल ठग साइबर क्राइम के लिए मिलती जुलती साइड बना लेते हैं। सस्ता सामान बेचने, घरों में प्लम्बर सहित अन्य काम करने के लिए नंबर डाल देते हैं। सर्विस देने से पहले कुछ नकदी खाते में ट्रांसफर कराते हैं, या कोई ङ्क्षलक भेज देते हैं। इससे आपके खाते की राशि को निकाल लेते हैं, इससे बचना चाहिए। अगर किसी सर्विस प्रोवाइडर का नंबर लेना है तो अपने परिचित से लें, इस तरह साइबर ठगी की घटनाओं से बचा जा सकता है। संचालन डॉ. नवनीता शर्मा ने किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। बेवजह कोई कोरियर आता है, बैंक के नाम से कॉल आता है तो संबंधित एजेंसी में जाकर मिलना चाहिए।

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