वीडियो जानकारी: 30.08.24, बोध प्रत्यूषा, गोवा
प्रसंग:
श्रद्धात्स्व तत् श्रद्धास्व नात्र मोहं कुरुषव भोः।
ज्ञानस्वरूपो भगवानात्मा त्वं प्रकृतेः परः॥
अष्टावक्र गीता - 15.8
यह एक बहुत खतरनाक चीज़ है जो हम समझ नहीं रहे हैं आप एनवायरमेंट जैसा बना देते हो ना जीव भी वैसे ही हो जाता है।
अगर आप आध्यात्मिक(wise) नहीं हैं, तो आप प्राकृतिक(sexual) होंगे। या तो आप वाइज़ होंगे या सेक्सुअल, बीच में कोई और रास्ता नहीं है; बस यही दो विकल्प हैं।
~ कम उम्र में बच्चियों के पीरियड्स शुरू होने के क्या कारण हैं? इससे बच्चियों की शिक्षा और जीवन पर क्या प्रभाव पड़ रहे हैं?
~ कम उम्र में ही बच्चियों में तरुणाई (Puberty) आने के क्या कारण हैं?
~ प्रकृति का क्या उद्देश्य है?
~ मनुष्य के जीवन का उद्देश्य क्या है?
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संगीत: मिलिंद दाते
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