चेन्नई. चेन्नई और आसपास के जिलों में लगातार हुई भारी बारिश लोगों की परेशानियां बढ़ा गई। बारिश ने आम जनजीवन प्रभावित हो गया, जिससे राहत और बचाव कार्यों की आवश्यकता महसूस हो रही है। इसी बीच ड्रोन स्टार्ट-अप गरुड़ एरोस्पेस ने चेन्नई में बाढ़ के दौरान ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के आपदा प्रबंधन के प्रयासों में मदद के लिए डिलीवरी ड्रोन तैनात किए हैं। चेन्नई महानगर निगम क्षेत्रों में नावें नहीं जा पाने की स्थिति में निचले इलाकों जहां बारिश का पानी जमा है, वहां रहने वाले लोगों तक ड्रोन के जरिए जरूरी सामान पहुंचाने का परीक्षण पूर्वावलोकन किया गया। चेन्नई कॉर्पोरेशन ड्रोन के माध्यम से आवश्यक सामान पहुंचाएगा। गरुड़ एरोस्पेस की उन्नत ड्रोन क्षमताएं गंभीर बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए आवश्यक सामग्री और खाद्य पैकेट्स पहुंचाने में सहायता करेंगी। ड्रोन की तैनाती चेन्नई के निवासियों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। ये ड्रोन बड़ी मात्रा में सामान ले जाने की क्षमता रखते हैं और इन्हें दवाइयां, खाद्य पदार्थ और पानी जैसी आवश्यक सामग्रियां पहुंचाने में उपयोग किया जा रहा है। ये ड्रोन 5 से 10 किलो तक सामान ले जा सकते हैं। इन ड्रोन्स की रेंज 40 मीटर है। इसके अलावा गरुडा के ड्रोन हवाई सर्वेक्षण में भी मदद करेंगे, जिससे क्षति के स्तर का आकलन किया जा सकेगा, कमजोर क्षेत्रों की पहचान हो सकेगी और राहत प्रयासों का प्रभावी ढंग से समन्वय किया जा सकेगा। मंत्री केएन नेहरू ने रिपन बिल्डिंग कॉम्पलेक्स में आयोजित रिहर्सल का निरीक्षण किया। इन कार्यों के लिए गरुड़, कोठारी और ड्रेगो नामक 3 ड्रोन तैयार रखे गए हैं।
ड्रोन आपदा प्रतिक्रिया ऑपरेशनों में अपनी क्षमता साबित कर चुके हैं
गरुड़ एरोस्पेस के संस्थापक और सीईओ अग्श्वनीर जयप्रकाश ने इस चुनौतीपूर्ण समय में चेन्नई की सहायता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। हम चेन्नई में राहत प्रयासों में अपने विशेषज्ञता और तकनीक को योगदान देने के लिए बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हमारे ड्रोन आपदा प्रतिक्रिया ऑपरेशनों में अपनी क्षमता साबित कर चुके हैं और हमें विश्वास है वे जरूरतमंदों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण बदलाव लाएंगे। इस अध्ययन के दौरान मेयर प्रिया, डिप्टी मेयर महेश कुमार, कमिश्नर जे. कुमारगुरुबरन, अतिरिक्त आयुक्त (स्वास्थ्य) डॉ. वी. जयाचंद्र भानु रेड्डी और अन्य उपस्थित थे।