खींवसर (नागौर.) चाहे बाड़मेर की १८ वर्षीय मनीषा हो या बीकानेर की ५५ वर्षीय सुनीता। हर वर्ग की बालिकाओं एवं महिलाओं में पिछले नौ दिन में उनके जीवन की दिनचर्या में कई बदलाव आया है। श्रीदेव जसनाथ ट्रस्ट की ओर से पांचलासिद्धा में आयोजित उत्सव माँ कार्यक्रम में भाग लेने प्रदेश के कौने-कौने से आई बालिकाओं एवं महिलाओं ने प्रतिदिन आत्म विश्वास और सशक्तीकरण के गुर सीखे है।