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वीडियो जानकारी: 28.09.23, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ बेईमानी को सफल न होने देना क्यों ज़रूरी है?
~ माँ-बाप के लिए क्यों ज़रूरी है बच्चे की बेईमानी पकड़ना?
~ बेईमानी को न पकड़ना कैसे उसे प्रोत्साहित करना है?
~ पहली बेमानी को ही रोकना क्यों ज़रूरी है?
~ चेतना का स्वभाव क्या है?
~ समस्या किसके लिए है?
ॐ उशन्ह वै वाजश्रवसः सर्ववेदसं ददौ।
तस्य ह नचिकेता नाम पुत्र आस ॥
~ कठोपनिषद् - 1.1.1
अनुवाद: यज्ञफल की इच्छा रखने वाले वाजश्रवा ऋषि के पुत्र वाजश्रवस (उद्दालक) ने (विश्वजित् यज्ञ में) अपने सम्पूर्ण धनादि पदार्थों का दान कर दिया। उनका नचिकेता नाम का एक पुत्र था।
करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत-जात ते सिल पर परत निशान ॥
~ कवि वृन्द जी
मुझे पुकारती हुई पुकार खो गई कहीं।
~ गजानन माधव मुक्तिबोध
संगीत: मिलिंद दाते
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