आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है की इन बीजेपी और आरएसएस वालों के कान पकड़ कर दंड बैठक करवाकर इनसे जातिगत जनगणना कराएंगे। इसको लेकर जेडीयू ने लालू यादव पर पलटवार किया है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, लालू यादव 1990 से 2005 तक तो बिहार के मुखिया थे, फिर उनकी धर्मपत्नी राबड़ी देवी मुख्यमंत्री रही। इन 15 वर्षों में तो पंचायती व्यवस्था में भी आरक्षण का फैसला नहीं ले पाए। राजीव रंजन ने पूछा, परिवार के सशक्तिकरण, परिवार के सदस्यों को ज्यादा शक्ति प्रदान करने के सिवा उन्होंने बिहार की जनता के लिए क्या किया है ? केंद्रीय मंत्री के तौर पर भी उस समय की यूपीए सरकार पर वो दबाव बनाकर जातीय जनगणना का फैसला ले सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया । अब बिहार ने यह रास्ता दिखाया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह कार्य संभव हुआ है, और न केवल जातीय सर्वे बल्कि उनके आंकड़ों के आधार पर निर्धन परिवारों को पहचान कर उनके लिए कल्याणकारी योजनाओं का सूत्रपात भी हो चुका है।
#RajivRanjan #LaluYadav #RJD #BJP #Bihar #BiharPolitics #LaluYadavPost #CasteCensus #NitishKumar