निकटवर्ती चेनार के शक्कर तालाब से विधिपूर्वक अर्चन के साथ भोले भक्तों की कांवड़ यात्रा रवाना हुई। शंख की ध्वति के साथ ही भोले के भक्त महादेव का जयघोष करते हुए कांवड़ को लेकर रवाना हुए।