[Chorus]
अपनो को तो इस दुनिया में सब प्यार करते हैं,
दुश्मन को भी प्यार करना मसिहा सिखाते हैं
[Verse 1]
एक गाल पर कोई
मारे जो चांटा,
दुसरा गाल भी देना
ले जाये कोई एक मील जबरन,
दो मील तू साथ जाना
अपनो को तो अपना सबकुछ सब लोग देते हैं
गैरों पर भी सब कुछ लुटाना, मसिहा सिखाते हैं
[Chorus]
अपनो को तो इस दुनिया में सब प्यार करते हैं,
दुश्मन को भी प्यार करना मसिहा सिखाते हैं
[Verse 2]
अपने पे जैसा वैसा अपने,
पडोसी को प्यार करो
येशू मरा तेरे पापों के कारण,
ये विश्वास करो
अपनो पर तो लोग यहाँ पर ऐतबार करते हैं
सलाने खुदा पे विश्वास करना मसिहा सिखाते हैं
[Chorus]
अपनो को तो इस दुनिया में सब प्यार करते हैं,
दुश्मन को भी प्यार करना मसिहा सिखाते हैं
[Verse 3]
जो दे तुमको कांटे उसका,
दामन फुलों से भर दो
प्रभु ने तुमको माफ किया तुम भी,
सबको माफ कर दो
अपनो को तो गुनाहो की माफी, सब लोग देते हैं
गैरों को भी माफ करना मसिहा सिखाते हैं
[Chorus]
अपनो को तो इस दुनिया में सब प्यार करते हैं,
दुश्मन को भी प्यार करना मसिहा सिखाते हैं