Hindenburg Report on SEBI: देश के पूर्व अटर्नी जनरल, मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) हिंडनबर्ग के आरोपों पर बरसे और कहा कि उस संस्थान की कोई विश्वसनीयता नहीं है और रिपोर्ट का मकसद शेयर बाजार (share market) में अस्थिरता (instability) पैदा करके मुनाफा (short selling) कमाना है. इस मामले पर हो रही राजनीति और बाजार पर असर पर भी उन्होंने अपनी राय सामने रखी.