नागौर की नर्सरियों में मदर बेड तकनीकी से टोल प्लांट तैयार करने में वनकर्मी लगे हुए हैं। दो साल बाद यह पांच से फीट होने के साथ बेहद मजबूत और सुदृण पौधे के रूप में नजर आएंगे।