प्रतापगढ़. राजस्थान आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ ने आंगनबाडी कर्मियों की समस्या को लेकर मंगलवार को आंगनबाड़ी कर्मियों ने मिनी सचिवालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ की जिलाध्यक्ष भगवतीदेवी शर्मा ने बताया कि आंगनबाडी कर्मियों का केन्द्र सरकार द्वारा काफी लम्बे समय से मानदेय में बढोतरी नहीं की गई है। न्यूनतम मजदूरी के रूप में 18 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय दिलवाने के साथ वर्तमान में केन्द्र व राज्य सरकार का मानदेय अलग-अलग जमा होता है। केन्द्र सरकार का छ: माह का मानदेय बकाया है। जबकि राजस्थान प्रदेश को छोडकऱ भारतवर्ष के प्रत्येक संभाग में उक्त मांगदेय एकमुश्त ही जमा होता है। मांग करते हुए कहा कि पूर्व की तरह मानदेय एक साथ वित्त विभाग के आदेशानुसार माह की दिनांक 1 से 5 तक आवश्यक रूप से जमा कराने के लिए विभाग को पाबंद करवाने की बात रखी।
वही सेवानिवृति पर बहुत से प्रदेशों में ग्रेच्यूटी के रूप में 2 से 3 लाख रुपए दिए जा रहे है। राजस्थान में भी सेवानिवृति पर ग्रेच्यूटी के रूप में 3 लाख रुपए एकमुश्त दिलाने के साथ पेंशन के रूप में पांच हजार रुपए प्रतिमाह दिलाने का आदेश करवाने की मांग की। साथ एनटीटी टीचर के स्थान पर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को लगवाने की मांग की है। पूर्व की तरह तकनीकी सहायकों को फिर से लगाने के साथ आंगनबाडी केन्द्रों पर वर्तमान में दिया जा रहा पोषाहार काफी घटिया एवं बदबूदार है। जिसको खाने से बच्चो में बीमार होने का भय, संभावना बनी रहती है। मांग करते हुए कहा कि पोषाहार को बन्द करके पूर्व के पोषाहार समूह द्वारा चलाने की मांग की है। वहीं मोबाईल कंपनी द्वारा रिचार्ज की राशि में बढोतरी की गई, जिसको लेकर बढी हुई राशि के अनुसार ही रिचार्ज राशि का भुगतान बढ़ाने की मांग की है। ज्ञापन में सभी सूत्रीय मांगों को लेकर जल्द समस्या के समाधान की मांग की है।