पटना: सीपीआई-एमएल के एमएलए महबूब आलम ने कहा कि पिछले बीस सालों से तमाम राजनीतिक दल बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाती रही हैं। इसके बीच में जब नीतीश कुमार की सरकार आई तो नीतीश कुमार ने भी बिहार की जनता को गुमराह करने के लिए खुद को चैंपियन बनने के लिए बिहार को विशेष राज्य का मुद्दा बार बार उठाया है। महबूब आलम ने कहा 1969 में पांचवें वित्त कमीशन ने जिसके संसाधन नहीं है, जो पिछड़ गए हैं, पोलपुलेशन डेंसिटी के शिकार हैं। ज्योग्राफिकल कैटेगरी में आते हैं उनको स्पेशल स्टेटस कैटेगरी का दर्जा और पैकेज स्पष्ट है। इसलिए नीतीश कुमार ने लगातार बरगलाने की कोशिश की। बिहार की जनता का भरोसा और विश्वास रहा कि प्रधानमंत्री से मिलकर विशेष रूप से विशेष राज्य का दर्जा लेकर ही छोड़ेंगे। लेकिन आज पैकेज का झुनझुना थमा के नीतीश कुमार के मंत्री उनके तारीफ का पुल बांध रहे हैं।