05 हजार रूपए की रिश्वत लेते क्षेत्रीय वन अधिकारी गिरफ्तार

2024-07-17 326

राजसमन्द. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने लकडि़यों से भरी गाड़ी छोडने की एवज में रिश्वत लेने के मामले में क्षेत्रीय वन अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। प्रकरण के अनुसार परिवादी ने एसीबी कार्यालय राजसमन्द में उपस्थित होकर 12 जुलाई एक परिवाद पेश किया। जिसमें उसने बताया कि वन विभाग डूंगरपुर के रेन्जर लोकेश व नारायण सिंह एवं वनपाल अशोक द्वारा परिवादी की लकडी की गाडी को जब्त किया एवं रेंजर लोकेश वन विभाग डूंगरपर की ओर से परिवादी की लकडी की गाडी को छोडने की एवज में रिश्वत राशि 45 हजार रूपये की मांग की। उन्होंने बिछीवाडा रूट पर लकडी की गाडी बिना रोक टोक ले जाने की एवज में मासिक बंदी की भी मांग की। परिवादी की इस रिपोर्ट के आधार भौतिक सत्यापन करवाया गया। रेंजर लोकेश की ओर से परिवादी की लकडी से भरी गाडी (ट्रक) को छोडने के लिए रशीद की राशि 21 हजार रूपये के अतिरिक्त, रिश्वत राशि के लिए रेंजर बलराम पाटीदार राजरामन्द को बताने की कहा। जिस पर बलराम पाटीदार का परिवादी के पास व्हाटसएप्प कॉल आता हैं और रेंजर लोकेश वन विभाग डूंगरपुर के लिए रसीद की राशि 21 हजार रूपये के अतिरिक्त रिश्वत राशि 15 हजार रूपये की मांग करने एवं परिवादी द्वारा पूर्व में दिए 10 हजार रूपये कम करने के पश्चात शैष रिश्वत राशि 5 हजार रूपये रेंजर लोकेश के लिए मांगे । 15 जुलाई को पुनः रिपोर्ट के सत्यापन के लिए परिवादी को नारायण सिंह रेंजर, लोकेश रेंजर व अशोक वनपाल वन विभाग डूंगरपुर के पास भेजा। अशोक वनपाल डूंगरपुर की ओर से नारायण सिंह रेंजर की उपस्थिति में उससे आरोपी लोकेश रेंजर के लिए रिश्वत राशि 5,000 रूपये की मांग करना पाया गया। यही नहीं लकडी की गाडी बिना रोक-टोक चलाने के लिए मासिक बंदी 20 हजार रूपये की मांग करने की पुष्टि हो गई। इसके एसीबी की टीम ने 16 जुलाई कार्रवाई को अंजाम देते हुए बलराम पाटीदार हाल क्षेत्रिय वन अधिकारी, कार्यालय क्षेत्रिय वन अधिकारी राजसमन्द को परिवादी से 5 हजार रूपये रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शेष आरोपी लोकेश रेंजर एवं अशोक वनपाल वन विभाग डूंगरपुर को दस्तयाब कर लिया। इस कारवाई में मंशाराम पुलिस निरीक्षक, गोविन्द नारायण हैड कांस्टेबल, जितेन्द्र कुमार कांस्टेबल, यशवन्त सिह, भंवरदान शामिल थे।

Free Traffic Exchange

Videos similaires