धरियावद-बांसी मार्ग स्थित हनुमान घाटी में अनियंत्रित बस पलटी

2024-06-29 168

धरियावद. धरियावद-बांसी मार्ग पर हनुमान घाटी के पास शनिवार दोपहर उदयपुर-प्रतापगढ़ के बीच संचालित लोक परिवहन की बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में करीबन 2 दर्जन यात्री घायल हो गए। जिनमें से पांच की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला मुख्यालय के लिए रेफर किया गया। हादसे में बस के नीचे दबने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। दोनों के शव पुलिस निगरानी में उदयपुर जिले के लसाडिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाया गया।
इधर हादसे की सूचना मिलने पर तहसीलदार दीपिका कटारा धरियावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां हादसे की जानकारी के साथ घायलों की कुशल क्षेम पूछी। उनके साथ लसाडिया पूर्व प्रधान कन्हैयालाल मीणा, पूर्व विधायक नगराज मीणा, भाजपा नगर बाबूलाल विजयवर्गी भी मौजूद थे।
धरियावद थाना प्रभारी कपिल पाटीदार ने बताया कि उदयपुर से प्रतापगढ़ के बीच संचालित लोक परिवहन की बस जो उदयपुर से धरियावद की ओर आ रही थी। तभी दोपहर करीब 12 बजे हनुमान घाटी के पास बस पलट गई। बस पलटी की सूचना पर धरियावद थाने से एएसआई प्रभुलाल मय पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचे। वहीं 108 एंबुलेंस की मदद से घायलों को धरियावद लाया गया। जहां कुल 22 घायलों में गंभीर घायल 5 लोगो को रेफर किया गया। धरियावद अस्पताल प्रशासन के अनुसार बस हादसे में घायल यात्रियों को धरियावद 108 एंबुलेंस की मदद से तत्काल धरियावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां 22 घायल यात्रियों का उपचार किया गया।
इनको किया रैफर
इसमें से गंभीर रूप से घायल पांच यात्रियों को रैफर किया गया। जिसमें नलवा धरियावद निवासी 30 वर्षीय सूरज मीणा, भगजी मीणा, कुलथाना निवासी 70 वर्षीय दयालसिंह को जिला मुख्यालय के लिए रेफर किया गया।
ओवर लोड थी बस गति थी तेज
हादसे में घायलों ने धरियावद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर उपचार के दौरान बताया कि बस में क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर पूरी तरह ओवरलोड थी और वाहन गति भी तेज थी।
मौके पर पहुंचे टैक्टर अन्य संसाधनों से बस को किया सीधा
हादसे के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। बाद पुलिस ग्रामीणों की मदद से टै्रक्टर के जरिए रस्सी के सहारे पलटी बस को सीधा किया गया।
संवेदनशील घाट में आए दिन होते हैं हादसे
जिस जगह हादसा हुआ वो क्षेत्र काफी संवेदनशील है। इसी घाटे के पास बड़े-बड़े पत्थर जो की मार्ग से गुजरने वाले माइंस के बड़े ट्रॉलों से पत्थर गिरकर मार्ग बाधित करते है। जिससे बचाव के चक्कर में आए दिन घटना दुर्घटना होती है। जानकारी अनुसार उक्त घाट क्षेत्र घुमवादार होकर धरियावद-लसाडिया एवं बांसी-बड़ीसादड़ी थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। हांलाकि हादसे के बाद थाना क्षेत्र का विवाद पुराना होकर सुलझा नहीं हैं।