तकनीक और स्क्रीन्स के बीच घिरे होने के कारण, आजकल काफी लोग आंख की बिमारियों से पीड़ित हो रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए दिल्ली के ह्रदान उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं. उन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में एक ऐप बनाया है, जिससे दृष्टिदोष का पता लगाया जा सकता है. हालांकि वे यहीं नहीं रुके. उनका 'विजन' इससे काफी बड़ा है, जिसे लेकर ईटीवी भारत ने उनसे बात की.