18वीं लोकसभा के लिए देश के कोने-कोने से चुनकर आए सांसदों ने अपने अंदाज में शपथ ली। किसी ने जय श्री राम का नाार लगाया तो किसी ने जय भी। हिंदू राष्ट्र से लेकर जय फलस्तीन तक का नारा संसद में गूंजा। कई सांसदों की शपथ को लेकर विवाद भी हुआ है। इनमें संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी शामिल हो गए हैं। दरअसल जिया ने उर्दू में शपथ ली।उन्होंने इंकलाब जिंदाबाद और संविधान जिंदाबाद का नारा भी लगाया। उन्होंने अपनी शपथ में उर्दू में ली तो सत्ताधारी भाजपा की गठबंधन सहयोगी नेता अनुप्रिया पटेल ने विरोध कर दिया। अनुप्रिया पटेल ने कहा, "ऐसा नहीं चलेगा, ये बंद करना पड़ेगा। ये सदन की परंपरा नहीं है।" हालांकि उर्दू भारत की अधिकारिक भाषाओं में से एक है। ऐसे में जिया का उर्दू में शपथ लेना कहीं से भी नियमानुसार गलत नहीं है। लेकिन अनुप्रिया के विरोध से ये जाहिर हो गया कि संसद में ही मौजूद बहुत से लोगों को जिया का शुद्ध उर्दू बोलना जरा नागवार रहा।