मिक्स मार्शल आर्ट्स में कठिन प्रतियोगिता होने पर संग्राम सिंह ने कहा कि, जब प्रतियोगिता कठिन होती है तो मज़ा आता है। एक पहलवान की पकड़ बहुत मजबूत होती है तो दुनिया के मिक्स मार्शल आर्ट्स चैंपियन वे हैं जिन्हें खबीब की तरह अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला। वह पहलवान नहीं बन पाए और इसलिए मिक्स मार्शल आर्ट्स में आ गए। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कह रहा कि कोई कम है, लेकिन यह तभी मज़ेदार अनुभव हो सकता है जब प्रतिस्पर्धा हो। मुझे पता है कि यह मुश्किल है, लेकिन इसलिए मैं यह कर रहा हूँ; अगर यह आसान होता, तो कोई भी इसे कर सकता था, उन्होंने कहा "मेरा मानना है कि जीवन में हमेशा दो रास्ते होते हैं: जोखिम या पछतावा। हमेशा जोखिम चुनें, क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको कभी पछतावा नहीं होगा। मुझे लगता है कि अगर मैं यह कर पाता हूँ, तो मैं यह उन सभी बच्चों के लिए कर रहा हूँ जो खेल खेलने का सपना देखते हैं या जो हार मान लेते हैं। चैंपियन वह नहीं होता जो स्वर्ण पदक जीतता है, मेरा मानना है कि वह होता है जो कोशिश करता रहता है, और वह चैंपियन हम सभी के अंदर रहता है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो
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