जब किसी के अच्छे के लिए दिल से कोई बात की जाए और वह उसे बुरी लगे और वह उस बात को गलत अर्थ में समज ले, तब हमें क्या करना चाहिए? ऐसे संजोगो में हम अपनी भूल किस तरह से सुधार सकते है?