सीमांत जैसलमेर जिले से वन्यजीव प्रेमियों के लिए दो खुशखबरियां एक साथ आई हैं। सम क्षेत्र के सुदासरी स्थित गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में टोनी और शार्की नामक मादा गोडावण के दिए अंडों से नन्हें चूजे निकले हैं। जिन्हें विशेषज्ञों की देखभाल में रखा गया है और वे दोनों स्वस्थ हैं। दूसरी तरफ डीएनपी के सुदासरी क्षेत्र में हाल में दो नन्हें गोडावण भी देखे गए हैं। इनमें से एक को स्वयं उप वन संरक्षक ने देखा और दूसरा स्टाफ सदस्य ने देखा है। इस तरह से जिले के सम व रामदेवरा स्थित दोनों ब्रीडिंग सेंटरों में गोडावण की संख्या बढ़ कर 36 हो गई है। ये चूजे कैप्टिव ब्रीडिंग से हुएं है। जिसका मतलब यह होता है कि गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में पल रहे नर व मादा गोडावण के संयोग से अंडा देना होता है। इन्हें जन्म देने वाली मादा शार्की व टोनी कैप्टिव-पालित हैं।