कांग्रेस के पूर्व नेता और प्रियंका गांधी के सलाहकार रह चुके आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम मोदी के कन्याकुमारी जाकर साधना करने को लेकर विपक्ष के विरोध पर कहा है कि 2024 का ये चुनाव एक धर्मयुद्ध है। इसमें एक तरफ वो लोग हैं जो धर्म के साथ खड़े हैं दूसरी तरफ वो लोग हैं जो धर्म को मिटाना चाहते हैं। आसुरी शक्तियों से लड़ने के लिए, आसुरी शक्तियों का विनाश करने के लिए एक आध्यात्मिक शक्ति की जरूरत होती है और पहले भी प्राचीन काल में जब देवासुर संग्राम हुआ, जब आसुरी शक्तियां बहुत बढ़ जाती थीं तो उनके विनाश के लिए ऋषि मुनि साधना करते थे। एक आध्यात्मिक ऊर्जा को अर्जित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी इस समय स्वामी विवेकानंद की शरण में गए हैं। अब ये बात उनकी समझ में नहीं आएगी जिनकी आस्था वेटिकन में है। इसलिए ये मोदी जी का विरोध कर रहे हैं।