ईश्वर कौन है? ईश्वर कहाँ है? हमारे जीवन में ईश्वर की क्या भूमिका है? अगर यह दुनिया ईश्वर चलाता है, तो दुनिया में कुदरती आपत्तियाँ, भ्रष्टाचार, दुराचार यह सब क्यों होता है?