शहर में फर्जी मोहरों और कूटरचित दस्तावेजों से पट्टे बनाने का खेल चल रहा है। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब गोपाल विहार निवासी एक व्यक्ति ने उनके भूखंड की रजिस्ट्री और उसके भूखंड पर काबिज होने के बावजूद आधा दर्जन आरोपियों की ओर से फर्जी मोहरें और कूटरचित दस्तावेज से उसके भूखंड के न केवल दस्तावेज तैयार कर लिए, बल्कि इन दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री भी करवा ली। मामले में बोरखेड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।