हमें कई बार यही लगता है कि ऐसा मेरे साथ ही क्यों होता है, लेकिन क्या वाकई में जो हमें लगता है वैसा ही होता है या कुछ और? क्या हर बार दूसरों की वजह से ही हमारे जीवन में दिक्कतें आती हैं?