कौन है बेमाता ? क्यों पूजी जाती है ? जन्म के 6 दिन बाद क्यों मनाई जाती हैं छठी ?
हिन्दू मान्यता के मुताबिक, बेमाता मां कात्यायनी का रूप हैं. बेमाता, इंसान का भाग्य लिखती हैं. इन्हें सृष्टि की देवी भी कहा जाता है. माना जाता है कि बच्चे के जन्म के छठे दिन बेमाता आती हैं और उसका भाग्य लिखती हैं. इसलिए इन्हें भाग्य विधाता देवी के नाम से भी जाना जाता है