ख्वाजा साहब की दरगाह में वसंत पेश करने का सिलसिला सदियों पुराना है। अमीर खुसरों के लिखे सूफियाना कलाम पेश किए जाते हैं। इसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं।