फिल्म की शुरुआत रात में एक बूढ़ी महिला द्वारा एक पैदल यात्री की हत्या से होती है जो अनसुलझी रहती है। इसके बाद कथानक गौरी के परिवार की ओर बढ़ता है, जिसमें उसके पिता राव, माँ, भाई और दादी शामिल हैं। गौरी को रात के समय नींद में चलते और अजीब हरकतें करते दिखाया गया है।