दरअसल, निजी अस्पतालों में रोजाना कई मरीज ऐसे पहुंचते हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना में आवेदन कर रखा है, लेकिन जब वे वहां पहुंचते हैं तो उन्हें चिरंजीवी काउंटर बंद मिल रहे हैं। ऐसे में मजबूरन उन्हें योजना का फायदा नहीं मिल रहा है और ज्यादा राशि देकर इल