राजनीतिक दलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी सियासी दौड़ में लग गए हैं तो जिम्मेदार आचार संहिता के इंतजार में मस्त है। ऐसे माहौल में आमजन की पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। पाली शहर में सड़कों के बुरे हाल है, लेकिन किसी को भी फिक्र नहीं है।
शहर की ऐसी कई कॉलोनियां व बस्