मरीजों को रैफर तो दूर रेफरेंस के लिए भी किया जा रहा चक्कर घिन्नी... अकेले एसएमएस के अस्पतालों में रोजाना 500 से ज्यादा रेफरेंस, रात के समय सर्वाधिक दिक्कत