हावड़ा. उत्सव वाटिका में चल रही नौ दिवसीय रामकथा में भरत चरित्र प्रसंग सुनकर श्रोता भाव विभोर हुए। कथा वाचक पं. किशोर चंद्र रामायणी ने कहा कि वर्तमान समय में हमें भरत चरित्र अपनाने की आवश्यकता है। तेजस्विनी माहेश्वरी महिला समिति के तत्वावधान में चल रही कथा के 8वें दिन