बुरहानपुर. जैसे तैसे मेहनत कर गृहस्थी जमायी थी, कभी टीवी तो कभी कूलर खरीदा था। छोटी सी गृहस्थी में ही जीवन कट रहा था, पता नहीं था एक दिन यह बाढ़ तबाही मचा जाएगी। यही हुआ फोपनार के ग्रामीणों के साथ। जब मोहना नदी का जल स्तर कम हुआ तो यहां घरों में सामान नहीं बल्कि पूरे घर में