जैन विश्व भारती संस्थान के कारण लाडनूं कस्बे की पूरे विश्व में पहचान है। तेरापंथ जैन समाज की यह धर्म राजधानी मानी जाती है, लेकिन इस कस्बे की जन सुविधाएं बदहाल हैं।