कोलकाता. राज्य के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से ही शुरू हुई हिंसा की घटनाएं प्रचार के अंतिम दिन तक जारी रहीं। गुुरुवार को राज्य के अलग-अलग जिलों से चार लोगों के मौत के मामले सामने आए। तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने एक-एक समर्थक की हत्या किए