प्रदेश के प्रथम शिवकथा आयोजन को लेकर आयोजकों ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। मेला मैदान में 70 हजार से अधिक श्रोताओं के बैठने के लिए विशेष पांडाल बनाया गया है।