चातुर्मास नाम से ही स्पष्ट हो जाता है चार माह का काल, लेकिन इस बार श्रावण दो होने से चातुर्मास पांच माह के होंगे। धार्मिक जगत की धुरी माने जाने वाले इस बार के चातुर्मास में हर तरफ धर्म के साथ प्रकृति के संरक्षण और उसके सौन्दर्य की महक भी बिखरेगी।
आचार्य जयानंद सूरिश्वर