छिंदवाड़ा। श्रुत पंचमी के अवसर पर जिनवाणी का पूजन किया गया। कार्यक्रम में शामिल आचार्य प्रज्ञासागर महाराज ने कहा कि जिनवाणी का पढऩा ही उसका पूजन है, उसका वाचन करना ही उसका वंदन है। इस अवसर पर सैकड़ों धर्म प्रेमी जैन समाज के लोग मौजूद रहे।