जेडीए की आवासीय योजनाओं को लेकर लोगों में उत्साह रहता है, लेकिन अपनी जेब भरने के बाद जेडीए इन योजनाओं की तरफ देखता भी नहीं है। तभी तो ज्यादातर योजनाओं का बुरा हाल है। स्थिति यह है कि यदि भूखंडधारी मौके पर पहुंच गया तो अपना प्लॉट तलाश नहीं पाता। न डिमार्केेशन है और न ही भ