बाबा का बिहार में समागम 5 दिनों तक चला. यहां लोगों ने बाबा के लिए भीड़ जमा हो गई. बाबा ने भी बिहार की नब्ज को पकड़ा. इसका खुमार अभी भी दिखाई दे रहा है.