लोकेशन-छोटा नरेना रिपोर्ट -दिनेश कुमार शर्मा *आंगनबाड़ी भवन की दीवारों में दरारें व भवन की छत से टपकता है पानी* महिला बाल विकास के अधिकारियों ने मुंदी आंखें:। उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत त्योद के ग्राम छोटा नरेना के आंगनबाड़ी केंद्र द्वितीय की जर्जर अवस्था व भवन की दीवारों में दरारें पड़ी हुई है भवन में कमरों की खिड़कियां टूटी हुई है बारिश के दिनों में कमरे में पानी भर जाता है पोषाहार को भवन में रखने के लिए व छोटे बच्चों को यहां पर बैठ कर पढ़ाई करने में असुविधा होती है! आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता राजेश छिपा ने बताया कि आंगनबाड़ी विभाग के अधिकारियों व ग्राम पंचायत सरपंच को कई बार लिखित में अवगत करा दिया है! लेकिन कोई अधिकारी सुनवाई नहीं करता! ना ही ग्राम पंचायत विभाग ध्यान दे रहा है! समस्या जस की तस बनी हुई है अब तो गांव के ग्रामीण भी अपने छोटे बच्चे बच्चियों को आंगनबाड़ी केंद्र पर भेजने से डरने लगे हैं कहीं भवन की दीवारें गिर ना जाए, महिला बाल विकास के अधिकारी भी आंखें मूंद कर बैठे हुए हैं कई गांवों में तो वेदांता समूह के द्वारा आंगनबाड़ी पाठशाला "नंद घर" बनाई जा रही है जिनमें शौचालय, बिजली, पानी सभी व्यवस्थाएं की गई है! लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र द्वितीय की बात करें तो ना ही बिजली है ना ही शौचालय है और ना ही चारों तरफ साफ-सफाई है और ना ही भवन की मरमत हो रखी है एक दयनीय स्थिति देखने को नजर आती है! जहां गांव में छोटे बच्चे अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं!