यूपी में माफियाओं और अपराधियों के होने वाले एनकाउंटर को लेकर विपक्ष हमेशा सवाल उठाती रही है. पिछले दिनों उमेश पाल हत्याकांड में शामिल असद के एनकाउंटर के बाद विपक्ष ने कहा कि सरकार धर्म देख कर कार्रवाई कर रही है लेकिन मेरठ में हुए अनिल दुजाना के एनकाउंटर ने विपक्ष के इस मिथक को तोड़ दिया.