वैशाख शुक्ल चतुर्दशी गुरुवार को विभिन्न योग संयोगों में भगवान नृसिंह की जयंती पर भगवान का जन्माभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई। ऋतु पुष्पों से श्रृंगार कर महाआरती की।