योगी सरकार शुरु से माफियाओं पर लगाने पर काम कर रही है. योगी के पहले कार्यकाल में ही अतीक और मुख्तार जैसे अपराधियों की संपत्ती जब्त कर चुकी थी. लेकिन उमेश पाल हत्याकांड के बाद तो माफियाओं की उलटी गिरनती शुरु हो गई है. मुख्तार भी अब सरकार के तेवर से परेशान नजर आने लगे है.