हरदा. ईद का त्योहार आपस में खुशियां बांटने और रंजिशों को खत्म करने वाला होता है। रमजान के तीस दिनों तक जो इबादतें की गई हैं, उसकी कबूलियत इसी तरह होती है कि हम अपनी खुशियां एक-दूसरे में बांटे। वहीं समाज के अंतिम व्यक्ति तक खुशी पहुंचाए यही ईद का पैगाम है।